आज हम लोग बात करेंगे DTS X के बारे में। यह जो डीटीएसएस एक्स है इसका सबसे बड़ा कंप्यूटर है Dolby Atmos। dts x जो है उसे dts-hd का एडवांस वर्जन कह सकते हैं।
यह जो डीटीएस एस है वह आखिर में है क्या। अपने पहले ही पड़ा है कि यह डॉल्बी एटमॉस का कंपीटीटर है। यह इस बात से ही क्लियर हो जाता है कि डॉल्बी एटमॉस जैसा है यानी कि उसी का सामान कोई चीज होता है। डॉल्बी एटमॉस के बारे में हमने एक पहले ही आर्टिकल लिखा है आप चाहे तो उसे पढ़ सकते हैं।
इस पोस्ट में हम जानेंगे कि डीटीएसएक्स है क्या और यह किस तरह से डॉल्बी एटमॉस से बराबरी करता है, तथा डॉल्बी एटमॉस से यह किस तरीके से अलग है।
DTS X क्या है?
यह जो DTS X है वह एक सराउंड साउंड का टेक्नोलॉजी है या फिर कह सकते हैं इसको ऑब्जेक्ट बेस्ड साउंड टेक्नोलॉजी।
सबसे पहला बात यह है कि यह जो डीटीएस है वह एक कंपनी का नाम है। इसी से उन लोगों की अलग-अलग फंक्शन है डीपीएस का जैसे कि डीटीएस एचडी (DTS HD), डीटीएसएक्स (DTS X), आदि। आज हम यहां पर सिर्फ डीटीए सेक्स के बारे में जानेंगे।
DTS X आने का कारण?
डॉल्बी एटमॉस में जो सबसे बड़ा प्रॉब्लम यह था कि उसने आपको 5.1 या 7.1 स्पीकर का उपयोग करना पड़ता था। यह कम से कम रिक्वायरमेंट था। जो डीटीएस एक्स है इसके साथ ऐसा कोई प्रॉब्लम नहीं है। आपके पास जितना भी स्पीकर हो, आप उन्हीं स्पीकर को यूज कर सकते हैं। जैसे कि आपके पास अगर 4.1 है (ऐसा होता नहीं है लेकिन अगर है) तो आप उसको यूज कर सकते हैं लेकिन 2.1 से ज्यादा होना चाहिए।
चाहे बात करें हम डॉल्बी डिजिटल का या फिर dts x का इन दोनों में ही एक AV Reciever का जरूरत पड़ता ही है। AV रिसीवर का मतलब होता है ऑडियो वीडियो रिसीवर। इसका काम यह होता है कि जो इनपुट आ रहा है, उसको यह डिकोट करता है। उसके बाद किस स्पीकर में किस साउंड को देना है उसको भी यह डिसाइड करता है।
उदाहरण के लिए मान लीजिए कि एक प्लेन आपके सिर के ऊपर से जाता है। उसका साउंड स्पीकर से कुछ इस प्रकार से निकलेगा। आपके पीछे का जो स्पीकर होगा उसका साउथ धीरे धीरे बढ़ता जाएगा, जैसे-जैसे प्ले आपके सिर के ऊपर से जाएगा और पीछे का स्पीकर का साउंड कविता जाएगा। इस साउंड को सुनने पर आपको पूरा रियल एक्सपीरियंस होगा।
डॉल्बी एटमॉस में भी यह चीज हो सकता है लेकिन उसके साथ सबसे बड़ा प्रॉब्लम यह है कि उसने आप 7.1 और 5.1 का यूज़ तो कर सकते हैं पर आप ऐसे यूज करेंगे तो जो फीलिंग है वह थोड़ा सा कहीं ना कहीं कम हो जाता है। डॉल्बी एटमॉस में यह चीज करने के लिए आपको सीलिंग स्पीकर या फिर सीलिंग फायरिंग स्पीकर का यूज करना पड़ेगा।
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चलिए अब जान लेते हैं कि सीलिंग फायरिंग स्पीकर क्या होता है। Ceiling Firing Speaker एक स्पीकर होता है जिसका डायरेक्शन सीलिंग के तरफ होता है, जिसे वह सीलिंग से साउंड को रिफ्लेक्ट करके आपके तरफ भेजता है। यह होता है सीलिंग फायरिंग स्पीकर और सीलिंग स्पीकर में स्पीकर सीलिंग पर ही लगा होता है।
डॉल्बी एटमॉस में यह काम करना पड़ता है पर डीपीएस में इस चीज की कोई जरूरत ही नहीं। यहां पर आप सिर्फ सराउंड स्पीकर का यूज करेंगे तब भी आपका काम हो जाएगा।
DTS X में साउंड स्पीकर लगाने का तरीका
DTS X में आपको हेमिस्फेरिकल लेआउट को यूज करना पड़ता है स्पीकर को सेटअप करने के लिए। हेमिस्फेरिकल लेआउट का मतलब यह है कि आपको स्पीकर को अपने चारों तरफ गोलाकार में लगाना होगा।
DTS X speaker setup में आप जितने ज्यादा स्पीकर का यूज करेंगे उतना ही ज्यादा आपको रियल एक्सपीरियंस होगा। डीटीएस एक्स सबसे ज्यादा सिर्फ 11.2 चैनल को सपोर्ट कर सकते हैं।
DTS X को करने का कारण
DTS X को 2015 में पहली बार लाया गया था होम थिएटर बनाने के लिए। पर डॉल्बी एटमॉस को घर में इस्तेमाल करने के लिए नहीं बनाया गया था। उसको थिएटर में उपयोग करने के लिए बनाया गया था। इसीलिए DTS X आपको Ghar में डॉल्बी एटमॉस से ज्यादा अच्छा एक्सपीरियंस दे सकता है।
डीटीएस एक्स डॉल्बी एटमॉस से इसलिए एडवांस है क्योंकि यहां पर सराउंडिंग स्पीकर तो है पर सीलिंग पर जो स्पीकर होता है वह यहां पर नहीं होता है। इसीलिए डीटीएस एक्स घर में इस्तेमाल करने के लिए सबसे अच्छा ऑप्शन है।
Conclusion
डीटीएस एक सराउंड साउंड टेक्नोलॉजी है जिससे आप घर में ही थिएटर का एक्सपीरियंस कर सकते हैं।
मुझे आशा है कि आप को पता चल गया होगा कि डीपीएस क्या है, यह कैसे काम करता है, आदि। इसके बावजूद भी आपके मन में कोई सवाल यह सुझाव है तो नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।