Khesari Lal Yadav, Smriti Sinha Ka Naya Bhojpuri Movie Bhag Khesari Bhag Review

Khesari Lal Yadav, Smriti Sinha Ka Naya Bhojpuri Movie Bhag Khesari Bhag

लाख कमियों के बाद भी हर इंसान में कोई ना कोई खूबी जरूर होती है। बस जरूरत है उसे पहचानने की। जरूरत है नेगेटिव थॉट को छोड़कर पॉजिटिव थॉट की तरफ बढ़ने की। ऐसे ही सकारात्मक सोच पर आधारित है खेसारी लाल यादव का नया भोजपुरी फिल्म भाग खेसारी भाग (Bhag Khesari Bhag)।

Bhag Khesari Bhag Starcast

फिल्म के मुख्य किरदारों में आपको नजर आएंगे खेसारी लाल यादव, स्मृति सिन्हा, अयाज खान, अमित शुक्ला, संजय वर्मा, अमित चौधरी, सत्य प्रकाश, प्रीतम कुमार, राहुल साहू, आदि।

Bhag Khesari Bhag film Director और Producer

फिल्म को लिखा है प्रेमांशु सिंह और मनोज कुशवाहा ने। फिल्म के डायरेक्टर है प्रेमांशु सिंह और फिल्म को प्रोड्यूस किया है उमाशंकर प्रसाद ने।

Bhag Khesari Bhag Story

कहते हैं पूत के पांव पालने में ही नजर आ जाते हैं। पर कभी-कभी इसके विपरीत भी हो जाता है। कभी-कभी किसी व्यक्ति के बारे में बचपन से बनी धारणा ध्वस्त हो जाती है और एक नए जीवन का जन्म होता है। एक नया रूप दुनिया को नजर आता है। और इसी की मिसाल है भोजपुरी फिल्म भाग खेसारी भाग।

इस फिल्म में खेसारी एक पनौती के किरदार में है। लोग उसे पनौती मानते हैं। बचपन से ही है धब्बा उनके माथे पर लगा हुआ है। खेसारी लाल यादव के पैदा होते ही उनकी मां का स्वर्गवास हो जाता है। उनके एथलीट पिता पर डोपिंग का चार्ज लग जाता है। इन सभी चीजों के चलते लोग खेसारी को पनौती कहने लगते हैं।

इन सब बातों का असर खेसारी लाल यादव के पिता पर भी होता है। वह भी खेसारी को अपशगुन यानी पनौती मानने लगते हैं। और ऐसे में खेसारी का लालन-पालन उनके पिता का घर नहीं बल्कि उनके नाना के घर मैं होता है।

खेसारी लाल यादव का पाव जहां-जहां पड़ता है। वहां बना बनाया काम भी बिगड़ जाता है। मसलन जब वह – किसी शराब की दुकान पर काम करने लगते हैं तो अगले दिन ही बिहार सरकार की घोषणा होती है शराब बंदी को लेकर।

जब वह यूपी के किसी पॉलिथीन फैक्ट्री में काम करने लगते हैं तो यूपी सरकार पॉलिथीन पर बैन लगा देती है।

किसी बिल्डर के यहां पर नौकरी करते हैं तो बिल्डिंग के 2 फ्लोर इलीगल करार कर दिए जाते हैं।

मतलब हर कोई खेसारी से परेशान हो जाता है सिवाय स्मृति सिन्हा के। स्मृति के साथ खेसारी का समीकरण बिल्कुल उल्टा है। जहां वह दूसरे लोगों के लिए सबसे अपशगुन है वही स्मृति लिए वह शगुन है। खेसारी लाल यादव जब कभी भी स्मृति के जिंदगी में आते हैं। उनकी जिंदगी में कुछ ना कुछ अच्छा होता है और यही चीज उनके रिश्ते को अच्छा बनाता है। यहीं से खेसारी लाल यादव और स्मृति सिन्हा के बीच में प्यार शुरू हो जाता है। इस तरह खेसारी स्मृति के सौभाग्य के तौर पर उनके और करीब आते जाते हैं और दूसरों के लिए पनौती के पैमाने को और भी बढ़ाते जाते हैं। जिसके चलते लोग उन्हें अपने आसपास भटकने भी नहीं देते। उन्हें सिर्फ भगाते रहते हैं।

खेसारी लोगों के डर से कुछ इस तरह से भागते हैं मानो हवा से बातें कर रहे हो। खेसारी की यह खूबी एक कोच को नजर आती है जो अब तक अयाज खान को ट्रेन कर रहे थे। पर अयाश मैं वह मुद्दा ही नहीं है की वह देश के लिए प्रतियोगिता जीत सके। कोच को खेसारी में वह बात नजर आ जाती है। उन्हे लगता है कि अगर खेसारी को ट्रेंड किया जाए तो लंबी रेस का घोड़ा साबित हो सकते हैं। वह देश के लिए मेडल पर मेडल जीत सकता है। फिर क्या था कोच कोयले यानी आयाश खान को छोड़ हीरे यानी खेसारी लाल यादव को तराशने लगता है। यहीं से खेसारी की गति भी बदलती है और दिशा भी। यह पनौती प्रशंसा का पात्र बन जाता है।

धीरे धीरे खेसारी के नाम की चर्चा होने लगती है। लोग उसमें चैंपियन दिखने लगते हैं। वह देश की बड़ी उम्मीद बन जाता है। पर तभी खेसारी के साथ एक बड़ा हादसा होता है और इस हादसे में उनका पैर कट जाता है। सारी उम्मीदें खत्म हो जाती है और स्मृति सिन्हा के भलाई के लिए खेसारी उन्हें एक साजिश करके अपने से दूर कर देते हैं। सारे सपने टूट जाते हैं पर हौसला अभी भी नहीं टूटता।

खेसारी के पिता जो उन्हें अब तक पनौती समझते थे। अब वह दिलो जान से सपोर्ट करते हैं। उनका संभल बनते हैं। खेसारी को आर्टिफिशियल पैर लगवा देते हैं। खेसारी अपनी आर्टिफिशियल पैर पर ही दौड़ते हैं और देश के लिए मेडल जीते हैं।

इनके बीच में आपको बहुत सारे उतार चढ़ाव, बहुत सारा ड्रामा देखने को मिलेगा अगर आप फिल्म देखते हैं तो। नेगेटिव को पॉजिटिव बनाने की, कमजोरी को मजबूती में बदलने की, हिम्मत और हौसले की कहानी है खेसारी लाल यादव का नया भोजपुरी फिल्म भाग खेसारी भाग।फिल्म का मूड कॉमेडी है पर गंभीर मुद्दे के साथ।

Acting

ऐसा लगता है कि खेसारी ने अपने किरदार के लिए काफी मेहनत की है। अपने किरदार को बारीकी से निभाया है। स्मृति सिन्हा चंचल और चंठ लड़की के किरदार में जचती है। आयाशी खान और संजय वर्मा का अभिनय भी अच्छा है।

भाग खेसारी भाग भोजपुरी मूवी का गाना

भाग खेसारी भाग भोजपुरी मूवी का गाना भी ठीक-ठाक है। इस फिल्म में 5 भोजपुरी गाने हैं जिनका नाम है-

  • बिस्कुट डुबाके
  • ओढ़नी के कोना में 
  • Meri Wali Mast Hai
  • भाग खेसारी भाग थीम सॉन्ग
  • बियहवा के बाद मिलेगा

भाग खेसारी भाग जैसी फ़िल्में भोजपुरी में कम ही बनती है। इसे देखना घाटे का सौदा बिल्कुल नहीं होगा। इस फिल्म को देते हैं 5 में से 4 स्टार।

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